शनिवार, 22 जनवरी 2011

भ्रष्टाचार पर लगाम को ठोस उपाय करे सरकार


बंगलूरू।
Story Update : Saturday, January 22, 2011    3:19 AM
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देश की सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की तीसरी बड़ी कंपनी विप्रो के प्रमुख अजीम प्रेमजी ने भ्रष्टाचार को देश के लिए गंभीर मसला बताते हुए कहा है कि सरकार को इसका समाधान करने के लिए ठोस उपाय करने चाहिए। प्रेमजी ने चालू वित्त वर्ष के लिए कंपनी की तीसरी तिमाही के परिणाम घोषित करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बहुत हो गया अब भ्रष्टाचार खत्म होना चाहिए।

सरकार को लिखे पत्र पर किए हस्ताक्षर
विप्रो प्रमुख ने स्वीकार किया कि देश की मौजूदा स्थिति के संबंध में उद्योगपतियों, बैंकरों, पूर्व न्यायाधीशों और नियामकों की तरफ से जताई गई चिंता पर लिखे पत्र में उन्होंने भी हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि पत्र में चिंता के साथ कुछ सुझाव भी दिए गए हैं। सरकार को इस दिशा में विस्तृत योजना के तहत कदम उठाना चाहिए। पत्र में भ्रष्टाचार के अलावा गवर्नेंस मामले से भी निपटने का उल्लेख है। इस खुले पत्र पर प्रेमजी के अलावा हस्ताक्षर करने वालों में एचडीएफसी के अध्यक्ष दीपक पारिख, उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बीएन श्रीकृष्णा और रिजर्व बैंक के पूर्व अध्यक्ष बिमल जालान शामिल हैं।

पत्र में दिए गए सुझावों मे स्वंतत्र और निष्पक्ष नियामक संस्थाओं के गठन, जांच एजेसिंयों और अन्य ऐसी ही एजेंसियों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त रखने आदि बातें शामिल हैं। पत्र में आर्थिक विकास का लाभ गरीब और वंचित तबकों तक नही ंपहुंचने की बात कहते हुए समग्र विकास की जरूरत बताई गई है। इसमें कहा गया है कि इसके लिए ऐसी व्यवस्था बनाई जानी चाहिए, जिसमें विकास का फायदा उठाने का अवसर हर आदमी को मिलना चाहिए।

एजेंसी

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