रविवार, 18 दिसंबर 2011

अजित सिंह का सत्ता प्रेम और जाट वोट की कीमत

नागरिक उड्डयन मंत्री बने अजित सिंह

Dec 18, 12:04 pm
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने रविवार को चौथी बार केंद्र में मंत्री पद की शपथ ली। उत्तार प्रदेश में कांग्रेस-रालोद के अच्छे प्रदर्शन के दबाव और बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे नागरिक उड्डयन मंत्रालय की दोहरी चुनौती से अजित सिंह को एक साथ जूझना होगा। राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण करने के तुरंत बाद अजित सिंह उत्तार प्रदेश की मायावती सरकार पर बरसे और कहा कि अब उत्तार प्रदेश की जनता को कांग्रेस-रालोद गठबंधन के रूप में स्पष्ट विकल्प मिल गया है।
मुख्य तौर पर उत्तार प्रदेश में कांग्रेस की संभावनाओं को मजबूत करने के लिए हुए संप्रग-दो सरकार के तीसरे मंत्रिमंडल विस्तार के समय राहुल गांधी भी अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी के साथ मौजूद थे। अजित सिंह के मंत्री बनने के बाद उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी समेत वहां मौजूद वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें बधाई दी।
मनमोहन सिंह के मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या अब 77 हो गई है, जिसमें अजित सिंह 33वें कैबिनेट मंत्री होंगे। पश्चिम उत्तार प्रदेश के इस 72 वर्षीय जाट दिग्गज के कांग्रेस के साथ गठजोड़ के बाद अब संप्रग के सदस्यों की संख्या 272 से बढ़कर 277 हो गई है। चौैधरी अजित सिंह की सबसे बड़ी खासियत रही है कि वह केंद्र और उत्तार प्रदेश के सभी प्रमुख दलों के साथ रह चुके हैं। कांग्रेस, भाजपा, सपा और बसपा जैसे दलों के साथ उनका गठबंधन समय-समय पर बनता-बिगड़ता रहा।
मेरठ की बागपत सीट से छह बार सांसद रहे अजित सिंह सबसे पहले वीपी. सिंह की जनता दल सरकार में 1989 से 1990 तक वह उद्योग मंत्री के रूप में मंत्रिमंडल में शामिल हुए थे। दूसरी बार कांग्रेस की पीवी. नरसिंह राव सरकार में फरवरी 1995 से मई 1996 तक खाद्य मंत्री रहे। इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर लिया था। फिर कांग्रेस से नाता तोड़कर 2001 से 2003 तक भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार में कृषि मंत्री रहे। 2009 का लोकसभा चुनाव भी उन्होंने भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था।
अब उत्तार प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले अजित का कांग्रेस के साथ गठजोड़ पश्चिमी उत्तार प्रदेश में खासा अहम माना जा रहा है। इस गठजोड़ से सबसे ज्यादा खतरा पश्चिमी उत्तार प्रदेश में समाजवादी पार्टी के लिए है। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से मंत्री पद की शपथ ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा भी, 'उत्तार प्रदेश हमारी प्राथमिकता है।

सोमवार, 12 दिसंबर 2011

हत्यारे

(हिंदुस्तान हिंदी से साभार )

बसपा सांसद धनंजय सिंह न्यायिक हिरासत में
जौनपुर, एजेंसी
First Published:12-12-11 08:56 PM
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उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में पिछले वर्ष हुई दोहरी हत्या के एक मामले में रविवार को लखनऊ में गिरफ्तार जौनपुर लोकसभा सीट से बसपा सांसद धनंजय सिंह को सोमवार को जिले की एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है और हिरासत के दौरान संसद के चालू सत्र में शामिल होने की उनकी अपील भी खारिज कर दी है।
अभियोजन पक्ष के अनुसार, धनंजय सिंह को आज दोपहर बाद जिले के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अशरफ अंसारी की अदालत में पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजे जाने का आदेश देते हुए मामले की अगली सुनवाई के लिये 23 दिसम्बर की तारीख तय कर दी है।
बसपा सांसद सिंह को जिले के केराकत थाना क्षेत्र में पिछले वर्ष एक अप्रैल को हुई दो व्यक्तियों ठेकेदार संजय निषाद और चाय विक्रेता नंदलाल की हत्या के मामले में कल राजधानी लखनऊ के बहुखंडी विधायक निवास स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया था और देर रात जौनपुर लाकर पुलिस अभिरक्षा में रखा गया था।
अदालत में पेशी के दौरान बसपा सांसद सिंह ने संसदीय नियमों का हवाला देते हुए लोकसभा के अध्यक्ष की अनुमति के बिना उनकी गिरफ्तारी को अनुचित बताया और संसद के चालू सत्र में भाग लेने की अनुमति दिये जाने की अपील की, जिसे अदालत ने ठुकरा दिया।