बुधवार, 28 सितंबर 2011

क्यों अमर सिंह को ही जेल जाना पड़ रहा है 'रेवती रमण सिंह के जेल जाने के दिन कब आयेंगे'

अमर ‌को झटका, जमानत याचिका खारिज

नई दिल्ली।
Story Update : Wednesday, September 28, 2011    5:39 PM
नोट के बदले वोट मामले में आरोपी पूर्व सपा नेता अमर सिंह फिर से तिहाड़ जेल की हवा खाएंगे। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने बुधवार को उनकी अंतरिम और नियमित दोनों जमानत याचिकाएं खारिज कर दी। अमर सिंह इस समय एम्स में इलाज करा रहे हैं।

अदालत के इस फैसले के बाद अब पूर्व सपा नेता एम्स में भी न्यायिक हिरासत में रहेंगे। अस्पताल से छुट्टी मिलने पर अमर सिंह सीधे तिहाड़ जेल जाएंगे। अदालत ने कहा कि जो सबूत मिले हैं उससे पता चलता है कि अमर सिंह ने इस कांड में अहम भूमिका निभाई। विशेष न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल ने अमर सिंह की जमानत याचिकाएं खारिज करते हुए कहा कि कहा कि अमर सिंह अपना इलाज करा रहे हैं। यह एम्स पर निर्भर है कि वह इलाज के लिए कितने दिन तक उनको अस्पताल में रखता है।

इससे पहले कोर्ट ने अमर सिंह की अंतरिम जमानत 28 सितंबर तक के लिए बढ़ा दी थी। गुर्दा रोग से पीड़ित सिंह ने ईलाज के लिए विदेश जाने की अनुमति देने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया था जिसे उन्होंने बाद में वापस ले लिया। सिंह को नोट के बदले वोट मामले में छह सितंबर को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। जेल में तबीयत खराब होने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था।

अमर सिंह को फिर जाना होगा तिहाड़

नई दिल्ली।
Story Update : Thursday, September 29, 2011    3:28 AM
कैश फॉर वोट कांड में गिरफ्तार राज्यसभा सांसद अमर सिंह को फिर तिहाड़ जेल जाना पड़ेगा। अदालत ने अमर सिंह की नियमित और अंतरिम जमानत की याचिकाएं खारिज कर दी हैं। डॉक्टरों की निगरानी में वे तब तक एम्स में रह सकते हैं, जब तक ठीक नहीं हो जाते। तबीयत सामान्य होने पर उन्हें फिर से तिहाड़ जेल भेजने का आदेश दिया गया है।

इसका असर भारतीय समाज पर बहुत गहरा पड़ा
तीस हजारी स्थित विशेष जज संगीता ढींगरा सहगल की अदालत ने एम्स के डॉक्टरों की रिपोर्ट के आधार पर यह फैसला सुनाया है। अदालत ने यह भी कहा कि दाखिल आरोपपत्र से प्रथम दृष्ट्या लगता है कि आरोपी ने जो किया, उससे संसदीय व्यवस्था पर बुरा असर पड़ा और भारतीय गणतंत्र का भी मजाक बना। मामले में आरोपी की प्रमुख भूमिका है। अपराध की श्रेणी और गंभीरता को भी नहीं नकारा जा सकता है। यही नहीं संसदीय लोकतांत्रिक व्यवस्था को भी इस कृत्य से निराशा हुई है। इसका असर भारतीय समाज पर बहुत गहरा पड़ा है।

छह सितंबर को गिरफ्तार कर तिहाड़ भेजा गया
जमानत की अर्जियां खारिज करते हुए न्यायाधीश ने कहा कि एम्स के डाक्टरों की 26 सितंबर की रिपोर्ट के मुताबिक अमर सिंह का स्वास्थ्य स्थिर है। आगे यह एम्स के डॉक्टर ही तय करेंगे कि आरोपी को कब तक अस्पताल में रखे जाने की जरूरत है। तिहाड़ जेल अधीक्षक को आदेश दिया गया है कि डॉक्टरों की रिपोर्ट के आधार पर अमर सिंह को जेल ले जाया जाए। मालूम हो कि अमर सिंह को छह सितंबर को गिरफ्तार कर तिहाड़ भेजा गया था।